बेटे की मृत्यु पर बालगोबिन भगत ने पुतोहू से आग दिलाई ? इसके पीछे क्या तर्क हो सकता है ? अनुमान लगाइए-
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Explanation:
बेटे की मृत्यु होने पर बालगोबिन भगत ने अपनी बहू से बेटे की चिता को आग इसलिए दिलवाई क्योंकि वह सामाजिक रुढ़ियों के विरोधी थे। वह ये कार्य करके समाज में सुधार लाना चाहते। वह कबीर पंथ को मानने वाले थे और कबीर भी सामाजिक आडंबरों और कुरीतियों के विरोधी रहे हैं।
सामाजिक मान्यता के अनुसार मरने वाले व्यक्ति की चिता को अग्नि केवल पुरुष ही दे सकता है और पुरुष ही उसके दाह संस्कार संबंधित कार्य करता है। बालगोबिन भगत ने इस सामाजिक रुढ़ि से अलग हटकर अपनी बहू से बेटे की चिता को अग्नि दिलवाई। इस तरह वह एक समाज सुधारक के रूप में उभरते हैं क्योंकि उन्होंने सामाजिक मान्यता से अलग हटकर स्त्री से वह कार्य करवाया, जो समाज में मान्य नहीं था। इस तरह पर एक स्त्री हितों के समाज सुधारक के रूप में उभरते हैं, और स्त्री-पुरुष को समान धरातल पर रखते हैं।
Answer:
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