निबंध
1) बादल की आत्मकथा
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निबंध 1) बादल की आत्मकथा
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Explanation:
बादल Clouds पानी की छोटी बूंदों और बर्फ के क्रिस्टल का संघटन होता है। महासागरों और नदियों का जल भाप बनकर आसमान में उड़ता है। सूर्य की अत्यधिक गर्मी के कारण जल भाप में बदल जाता है। यह भापित जल धूल के कणो के साथ मिलकर बादल का रूप ले लेता है। बादलों में जल की छोटी छोटी बूंदे होती है।
बारिश के बादलों को काली घटाए भी कहते है। सूर्य का प्रकाश भी इन घने बादलों के पार नही जा पाता है। जब बादल आसमान को अपनी घटाओं से ढक लेते है, तब मौसम हल्का अंधकारमय हो जाता है। बादल अलग अलग रंगों के होते है। ये काले, लाल, भूरे और सफेद रंग के हो सकते है। जब बादलों पर सूर्य की सीधी रोशनी पड़ती है, तब बादल का रंग सफेद होता है। बारिश के बादल हल्के या गहरे काले होते है। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय बादलों का रंग लाल होता है।