प्रश्न-1 निम्न गदांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
अनुशासन का अर्थ है, अपने को कुछ नियमों में बाँध लेना और उन्ही के
कार्य करना। आज व्यक्तियों में अनुशासनहीनता की भावना बढ़ रही है। अनुशासन के
अभाव में समाज में अराजकता और अशांति का साम्राज्य होता है। वन्य पशुओं में
का कोई महत्व नहीं है। इसी कारण उनका जीवन असुरक्षित एवं अव्यवस्थित है। सभ्यता और
संस्कृति के विकास के साथ साथ जीवन में अनुशासन का भी बहुत महत्व है। आज के वैज्ञानिक
युग में अनुशासन के बिना मनुष्य का कोई कार्य ही नहीं हो सकता। कुछ यक्ति सोचते हैं कि
अब मानव सभ्य और शिक्षित हो गया है। उस पर किसी भी प्रकार के नियमों का बंधन नहीं
होना चाहिए लेकिन व्यक्ति को यह अधिकार दे दिया जाए तो वन्य जीवन जैसी अव्यवस्था
यहाँ भी आ जाएगी। मानव जीवन के पूर्ण विकास के लिए वनों और नियमों का होना
आवश्यक है। अनुशासनबधता मानव-जीवन के मार्ग में रुकावट नहीं, बल्कि उसको पूर्ण
उन्नति तक पहुँचाने के लिए अनुकूल अवसर प्रदान करती है। अनुशासन के बिना तो मानव-
जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
(क) अनुशासन का क्या अर्थ है ?
(ख) अनुशासन के अभाव में क्या होता है?
(ग) मानव-जीवन के पूर्ण विकास के लिए अनुशासन का होना क्यों जरूरी है?
(घ) सभ्यता और संस्कृति के विकास के साथ जीवन में किसका महत्व है?
() उपर्युक्त गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक दीजिए।
(च) मानव-जीवन में अनुशासन कैसे अवसर प्रदान करती है?
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Answer:
(क) अनुशासन का अर्थ है, स्वयं को कुछ नियमों में बाँध लेना और उन्हीं के अनुसार कार्य करना।
(ख) अनुशासन के अभाव में समाज में अराजकता और अशांति का साम्राज्य फैलता है।
(ग) मानव जीवन के पूर्ण विकास के लिए अनुशासन का होना आवश्यक है। अनुशासन के बिना मानव-जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है।
(घ) सभ्यता और संस्कृति के विकास के साथ जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है ।
(ड) 'अनुशासन का महत्व' उपर्युक्त गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक हो सकता है।
(च) अनुशासनबधता मानव-जीवन के मार्ग में रुकावट का कार्य नहीं करती बल्कि उसको पूर्ण उन्नति तक पहुँचाने के लिए अनुकूल अवसर प्रदान करती है।
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