निम्नलिखित प्रस्थान-बिंदुओं से आगे 100-120 शब्दों में अपनी कल्पनाशक्ति द्वारा लघुकथा पूरी कीजिए- 1. एक लड़का डॉ० अनुराग की कोठी के बाहर रखे गमलों में से रोज़ाना कुछ फूल तोड़कर ले जाता था। वे उसे रँगे हाथों पकड़ना चाहते थे। रात अभी बाकी थी, लड़का वहाँ फूल तोड़ने आया। जैसे ही उसने फूल को तोड़ने के लिए हाथ बढ़ाया कि तभी...
2. ऋतिक एक अच्छा बालक है। वह रोजाना सुबह की सैर के लिए जाता है। आज वह अकेला ही जा रहा था कि उसे बहुत तेज़ 'बचाओ, बचाओ' की आवाज़ सुनाई दी।' वह किसी तरह उस आवाज़ से पंद्रह-बीस मीटर दूर रहा होगा कि तभी...
3. विशिष्ट बहुत दिनों से एक अजनबी को अपनी गली में आते हुए देख रहा था। वह जब भी गली से गुज़रता तो उसकी आँखों में विशिष्ट को कुछ गड़बड़ी प्रतीत होती। एक दिन जान-बूझकर चने गिराने के बाद वह वहाँ रुका और देर तक सामने शर्मा अंकल के घर को देखता रहा। उसने अपनी खिड़की से उस संदिग्ध का फ़ोटो खींच लिया। अब आगे...
Share
Explanation:
निम्नलिखित प्रस्थान-बिंदुओं से आगे 100-120 शब्दों में अपनी कल्पनाशक्ति द्वारा लघुकथा पूरी कीजिए- 1. एक लड़का डॉ० अनुराग की कोठी के बाहर रखे गमलों में से रोज़ाना कुछ फूल तोड़कर ले जाता था। वे उसे रँगे हाथों पकड़ना चाहते थे। रात अभी बाकी थी, लड़का वहाँ फूल तोड़ने आया। जैसे ही उसने फूल को तोड़ने के लिए हाथ बढ़ाया कि तभी...
2. ऋतिक एक अच्छा बालक है। वह रोजाना सुबह की सैर के लिए जाता है। आज वह अकेला ही जा रहा था कि उसे बहुत तेज़ 'बचाओ, बचाओ' की आवाज़ सुनाई दी।' वह किसी तरह उस आवाज़ से पंद्रह-बीस मीटर दूर रहा होगा कि तभी...
3. विशिष्ट बहुत दिनों से एक अजनबी को अपनी गली में आते हुए देख रहा था। वह जब भी गली से गुज़रता तो उसकी आँखों में विशिष्ट को कुछ गड़बड़ी प्रतीत होती। एक दिन जान-बूझकर चने गिराने के बाद वह वहाँ रुका और देर तक सामने शर्मा अंकल के घर को देखता रहा। उसने अपनी खिड़की से उस संदिग्ध का फ़ोटो खींच लिया। अब आगे...निम्नलिखित प्रस्थान-बिंदुओं से आगे 100-120 शब्दों में अपनी कल्पनाशक्ति द्वारा लघुकथा पूरी कीजिए- 1. एक लड़का डॉ० अनुराग की कोठी के बाहर रखे गमलों में से रोज़ाना कुछ फूल तोड़कर ले जाता था। वे उसे रँगे हाथों पकड़ना चाहते थे। रात अभी बाकी थी, लड़का वहाँ फूल तोड़ने आया। जैसे ही उसने फूल को तोड़ने के लिए हाथ बढ़ाया कि तभी...
2. ऋतिक एक अच्छा बालक है। वह रोजाना सुबह की सैर के लिए जाता है। आज वह अकेला ही जा रहा था कि उसे बहुत तेज़ 'बचाओ, बचाओ' की आवाज़ सुनाई दी।' वह किसी तरह उस आवाज़ से पंद्रह-बीस मीटर दूर रहा होगा कि तभी...
3. विशिष्ट बहुत दिनों से एक अजनबी को अपनी गली में आते हुए देख रहा था। वह जब भी गली से गुज़रता तो उसकी आँखों में विशिष्ट को कुछ गड़बड़ी प्रतीत होती। एक दिन जान-बूझकर चने गिराने के बाद वह वहाँ रुका और देर तक सामने शर्मा अंकल के घर को देखता रहा। उसने अपनी खिड़की से उस संदिग्ध का फ़ोटो खींच लिया। अब आगे...