का तथा विश्व बैंक के माध्यम से युद्धोत्तर आर्थिक
को सुधारने का प्रयास किया गया।
ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारतीय बुनकरों से सूती और रेशमी का
की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए क्या किया?
उत्तर- कंपनी को माल बेचने वाले बुनकरों को अन्य खरीदारों के साथ
कारोबार करने पर पाबंदी लगा दी गई। इसके लिए उन पाणी
रकम दी जाती थी। एक बार काम का ऑर्डर मिलने पर बुनकरों को
कच्चा माल खरीदने के लिए कर्जा दे दिया जाता था। जो कहतात
थे उन्हें अपना बनाया हुआ कपड़ा गुमाश्ता को ही देना पड़ताका
उसे वे किसी भी व्यापारी को नहीं बेच सकते थे।
-जैरो जैसे कर्ज मिलते गए और महीन कपड़े की मांग बढने लगी.
ज्यादा कमाई की आस में बुनकर पेशगी स्वीकार करने लगे। बहुत
सारे बुनकरों के पास जमीन के छोटे छोटे पट्टे थे जिनपर खेती
करते थे और अपने परिवार की जरूरतें पूरी कर लेते थे। अब वे इस
जमीन को भाडे पर देकर पूरा समय बुनकरी में लगाने लगे। अब
पूरा परिवार यही काम करने लगा। बच्चे व औरतें सभी कुछ न कुर
काम करते थे।
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