27.निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर विकल्पों में से चुनिए।
हम दीवानों की क्या हस्ती,
हैं आज यहाँ, कल वहाँ चले,
मस्ती का आलम साथ चला,
हम धूल उड़ाते जहाँ चले।
आए बनकर उल्लास अभी,
आँसू बनकर बह चले अभी,
सब कहते ही रह गए, अरे,
तुम कैसे आए, कहाँ चले?
क. ‘दीवानों की हस्ती’ कविता के कवि है-
(1 Point)
(अ) सुमित्रानंदन पंथ
(ब) शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
(स) भगवतीचरण वर्मा
(द) हरिवंश राय बच्चन
28.ख. कवि के अनुसार किसकी हस्ती नहीं है?
(1 Point)
(अ) दीवानों की
(ब) लोगों की
(स) समय की
(द) धरती की
29.ग. ‘मस्ती का आलम’ से कवि का अभिप्राय है-
(1 Point)
(अ) एक साथ जाना
(ब) दूसरों को तंग करना
(स) जिम्मेदारियों का त्याग
(द) स्वच्छंद विचारधारा
30.घ. दीवानों के आने-जाने पर कौन हैरान है?
(1 Point)
(अ) कवि
(ब) दीवाने
(स) लोग
(द) मित्र
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Answer:
क - स ( भगवतीचरण वर्मा )
ख - अ ( दीवानों की )
ग - द (स्वच्छंद विचारधारा)
घ - द ( मित्र )