|)भावावगमनय - प्रतिस्पन्दनम:-१) अधेदतं श्लोकं पूरयित्वा भावों च लिखन्तु ! रक्षत......................परिसर शुध्दिम ! ||) भाव व्यक्ति करणमू - सर्जनात्मकता ! २) अंधे दतं प्र श्नानां समाधानानि लिखन्तु ! अ) वृक्षाणां रक्षणाय भवन्तः किं कुर्वन्तु ! अ) गीतस्य सरांश स्वीयवाक्यैः लिखन्तु ! this is sanskrit please give answer in sanskrit only ok i will give u brain list mark
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सृजनात्मकता सर्जनात्मकता अथवा रचनात्मकता किसी वस्तु, विचार, कला, साहित्य से संबद्ध किसी समस्या का समाधान निकालने आदि के क्षेत्र में कुछ नया रचने, आविष्कृत करने या पुनर्सृजित करने की प्रक्रिया है। यह एक मानसिक संक्रिया है जो भौतिक परिवर्तनों को जन्म देती है। सृजनात्मकता के संदर्भ में वैयक्तिक क्षमता और प्रशिक्षण का आनुपातिक संबन्ध है। काव्यशास्त्र में सृजनात्मकता प्रतिभा, व्युत्पत्ति और अभ्यास के सहसंबंधों की परिणति के रूप में व्यवहृत किया जाता है।