मनपसंद भोजन पर अपने विचार लिखें
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हम लोग अपने भोजन में विभिन्न प्रकार की वस्तुओं को शामिल करते हैं । हमारे देश के विभिन्न भागों में इतने विविध प्रकार के भोजन तैयार किए जाते हैं कि इनकी गिनती सरल नहीं । भारतीय भोजन पूरी दुनिया में सबसे स्वादिष्ट और पौष्टिक माने जाते हैं ।
भोजन के मामले में एक बात महत्वपूर्ण है कि सभी लोगों की पसंद अलग-अलग होती है । एक कहावत भी है कि कपड़ा वैसा ही पहनना चाहिए जिसे दूसरे पसंद करते हों और भोजन वैसा ही करना चाहिए जो अपनी पसद का हो ।
यदि भोजन की थाली में व्यक्ति की पसद का खाना परोसा गया हो तो इस भोजन का आनंद कई गुणा बढ़ जाता है । भोजन में कुछ चीजें मुझे विशेष रूप से पसंद हैं । मुझे चावल के साथ आलू-गोभी की सब्जी मिल जाए तो बड़ा मजा आता है ।
वैसे मुझे रोटी भी पसंद है पर रोटी के साथ यदि बेसन की कड़ी मिल जाए तो मेरी खुशी बढ़ जाती है । फलों में मुझे सबसे अधिक सेब और अगर पसंद है । इसके अलावा खट्टे-मीठे बेर भी मुझे दूर से ही आकर्षित करते हैं । मुझे मांसाहार पसंद नहीं इसलिए मैं शाकाहारी हूँ ।
मुझे शाकाहारी भोजन में भी अधिक तला-भुना भोजन पसंद नहीं है । पापड़ अचार आदि से मैं यथासंभव दूर ही रहता हूँ पर पापड़ यदि साबूदाने का हो और अचार यदि नींबू का हो तो मुँह से लार टपकने लगती है । वैसे भी गरमी के दिनों में ठंडे मीठे पानी में नींबू का रस डालकर पीना बड़ा ही मजेदार लगता है ।
भोजन के साथ सलाद मुझे विशेष तौर पर पसंद है । गाजर टमाटर बंदगोभी मूली खीरा प्याज आदि का सलाद भोजन के जायके को तो बढ़ाता ही है, पाचन क्रिया की दृष्टि से भी सलाद का बहुत महत्त्व है । जहाँ तक सब्जियों की बात है, सभी हरी सब्जियाँ आम तौर पर अच्छी लगती हैं ।
करेला, गोभी, आलू और पालक मेरी पसद की सब्जियाँ हैं । हरी मिर्च भी मैं बड़े मजे से खाता हूँ परंतु अधिक नहीं । भोजन में यदि दूध, दही, देशी घी इत्यादि शामिल न हो तो यह पूर्ण नहीं माना जा सकता । मैं दूध की बनिस्पत दही अधिक पसंद करता हूँ । दही की लस्सी मेरी खास कमजोरी है ।
मिठाइयाँ मुझे अधिक पसद नहीं हैं परंतु रसगुल्ले को देखते ही मेरा मन डाँवाडोल हो जाता है । कृष्णजी माखनचोर थे परंतु मेरे घर में मुझे रसगुल्ला चोर कहा जाता है । यदि भूख हो तो मैं एक ही समय में आधा किग्रा. रसगुल्ला खा सकता हूँ ।
इस प्रकार मेरी पसंद का भोजन आम भारतीय भोजन का ही हिस्सा है । मुझे उम्मीद है कि आजीवन मुझे मेरी पसंद का भोजन प्राप्त होता रहेगा । मैं अपनी माँ का बहुत आभारी हूँ जो भोजन पकाते समय प्राय मेरी पसद का ध्यान रखती हैं ।