मेह उन पर है बरसता एक-सा, एक-सी उन पर हवाएं हैं बहीं। पर सदा ही यह दिखाता है हमें, ढंग उनके एक-से होते नहीं।
Q. कवि ने ऐसा क्यों कहा है कि ‘ढंग उनके एक से होते नहीं’?
फूल और काँटा का पाठ
Share
मेह उन पर है बरसता एक-सा, एक-सी उन पर हवाएं हैं बहीं। पर सदा ही यह दिखाता है हमें, ढंग उनके एक-से होते नहीं।
Q. कवि ने ऐसा क्यों कहा है कि ‘ढंग उनके एक से होते नहीं’?
फूल और काँटा का पाठ
Sign Up to our social questions and Answers Engine to ask questions, answer people’s questions, and connect with other people.
Login to our social questions & Answers Engine to ask questions answer people’s questions & connect with other people.
YOU WILL SEARCH ON GOOGLE YOU WILL FIND THE YOUR ANSWER