जीवन की उमंग से बच्चे वंचित क्यों हैं
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जीवन की उमंग से बच्चे वंचित क्यों हैं
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प्रश्न :- जीवन की उमंग से बच्चे वंचित क्यों हैं ?
उतर :- जीवन की उमंग से बच्चों के वंचित रहने के मुख्य कारण सामाजिक व्यवस्था और आर्थिक मज़बूरी है । समाज के गरीब तबके के बच्चों को न चाहते हुए भी अपने माता-पिता का हाथ बँटाना पड़ता है । जहाँ जीविका के लिए इतनी मेहनत करनी पड़े तब सुख - सुविधाओं की कल्पना करना असंभव सा लगता है ।
अत हम कह सकते है कि,
बच्चों को काम पर भेजना उनके बचपन को छीनना है । इसके चलते वे खेल, शिक्षा, और जीवन की उमंग से वंचित रह जाते हैं । उससे उनका शोषण होता है । इसलिए बचपन में सभी को पढ़ने, खेलने-कूदने का अवसर मिलने के साथ - साथ अन्य सुविधाएँ भी समान रूप में उपलब्ध होनी चाहिए ।
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¿ जीवन की उमंग से बच्चे वंचित क्यों हैं ?
✎... जीवन की उमंग से बच्चे इसलिए वंचित हैं क्योंकि बच्चों को काम पर जाना पड़ रहा है। ‘बच्चे काम पर जा रहे हैं’ कविता में कवि कहता है कि बच्चे जीवन की उमंग से वंचित हैं क्योंकि उन्हें इस नाजुक कोमल आयु में काम पर जाना पड़ रहा है। जहाँ इस कोमल आयु में उन्हें पढ़ना चाहिए और बाल सुलभ कार्य करने चाहिए, जीवन की उमंग को जीना चाहिए, वहाँ उन्हें काम पर जाना पड़ रहा है इस कारण वे जीवन की उमंग से वंचित हैं।
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