धन्यवाईटजो जीवन के सात हाथ नीचे जाकर गड़ गई और इमारत
की पहली ईटबनीक्योकि इसी पध्मी ईट पर उसकी मजबूती और पुरुतेपन पर
सारी सन्त की प्रति-नास्ति निर्मर कमी है। उस को हिला दीजिहागरा
बेतहाशा जमीन पर नागा कंगरे के गीत वगाने वाले म सआइछ अब नीव
कगीत गाई।
वाईजो सब ईटो से ज्यादा वक्की थीन्यपी फुपर लगी द्योती तोकगरेकी
शोभा सोगुनी कर देती। किंठ इमारत की पायपारी उसकी नीव पर मुजसिर घेती है।
इसलिए उसने अपने को जीव से मर्पित कर दिया संपर सृष्टि हमेशा टीबनिदान
बोजनी बलिदान ईटकाचे या व्यक्ति का सिंदर इमाश बने, इसलिछ कुछ पक्की
पक्की लालको जुपचमनीव से जाना। सुपर समाज बने। इसलिए कुछ तपे
तमाम लोगो को सोन-मूक शावत का लाल सेरा फूलका पहनना है। prashana banav
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Answer:
dhanyvad jivan ke sath hath niche jakar gai aur imarat ki pahli