ऐसे ऋतुराज के ना आज दिन रह गए से कवि का क्या तात्पर्य है और इस बार सही आंसर देना प्लीज भाई तुम लोगों के हाथ जोड़ रही हूं
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ऐसे ऋतुराज के ना आज दिन रह गए से कवि का क्या तात्पर्य है और इस बार सही आंसर देना प्लीज भाई तुम लोगों के हाथ जोड़ रही हूं
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Answer:
Hii, can u translate this in English
Most of us can't understand
अपठित गद्यांश प्रश्नपत्र का वह अंश होता है जो पाठ्यक्रम में निर्धारित पुस्तकों से नहीं पूछा जाता है। यह अंश साहित्यिक पुस्तकों पत्र-पत्रिकाओं या समाचार-पत्रों से लिया जाता है। ऐसा गद्यांश भले ही निर्धारित पुस्तकों से हटकर लिया जाता है परंतु उसका स्तर, विषय-वस्तु और भाषा-शैली पाठ्यपुस्तकों जैसी ही होती है।
प्रायः छात्रों को अपठित अंश कठिन लगता है और वे प्रश्नों का सही उत्तर नहीं दे पाते हैं। इसका कारण अभ्यास की कमी है। अपठित गद्यांश को बार-बार हल करने स
भाषा-ज्ञान बढ़ता है।
नए-नए शब्दों, मुहावरों तथा वाक्य रचना का ज्ञान होता है।
शब्द-भंडार में वृद्धि होती है, इससे भाषिक योग्यता बढ़ती है।
प्रसंगानुसार शब्दों के अनेक अर्थ तथा अलग-अलग प्रयोग से परिचित होते हैं।