वाच्य किसे कहते हैं? इसके कितने भेद है ? परिभाषा सहित ।
Share
वाच्य किसे कहते हैं? इसके कितने भेद है ? परिभाषा सहित ।
Sign Up to our social questions and Answers Engine to ask questions, answer people’s questions, and connect with other people.
Login to our social questions & Answers Engine to ask questions answer people’s questions & connect with other people.
Explanation:
क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि वाक्य में क्रिया द्वारा संपादित विधान का विषय कर्ता है, कर्म है, अथवा भाव है, उसे वाच्य कहते हैं।
क्रिया के उस परिवर्तन को वाच्य कहते हैं, जिसके द्वारा इस बात का बोध होता है कि वाक्य के अन्तर्गत कर्ता, कर्म या भाव में से किसकी प्रधानता है।
इनमें किसी के अनुसार क्रिया के पुरुष, वचन आदि आए हैं।
वाच्य के तीन प्रकार हैं-
1. कर्तृवाच्य। (Active Voice)
जिस वाक्य में वाच्य बिन्दु 'कर्ता' है उसे कर्तृवाच्य कहते है।
2. कर्मवाच्य। (Passive Voice)
3. भाववाच्य। (Impersonal Voice)
Hope it will help you
Answer:
क्रिया के उस परिवर्तन को वाच्य कहते हैं, जिसके द्वारा इस बात का बोध होता है कि वाक्य के अन्तर्गत कर्ता, कर्म या भाव में से किसकी प्रधानता है। ... इनमें किसी के अनुसार क्रिया के पुरुष, वचन आदि आए हैं।
वाच्य के भेद – Vachya ke Bhed :
कर्तृवाच्य
कर्मवाच्य
भाववाच्य
1. कर्तृवाच्य :–
जिस वाक्य में कर्ता मुख्य हो और क्रिया कर्ता के लिंग, वचन एवं पुरूष के अनुसार हो, उसे कर्तृवाच्य कहते है
2. कर्मवाच्य :–
जिस वाक्य में कर्म मुख्य हो तथा इसकी सकर्मक क्रिया के लिंग, वचन व पुरूष कर्म के अनुसार हो, उसे कर्मवाच्य कहते हैं।
3. भाववाच्य :–
जिस वाक्य में अकर्मक क्रिया का भाव मुख्य हो, उसे भाववाच्य कहते हैं |