स्वच्छता स्वच्छ रहने का मंत्र निबंध
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निबंध
अधिक महत्त्वपूर्ण है।’ यह कथन समाज में स्वच्छता के महत्व को रेखांकित करता है। उनके इसी कथन को को मूर्त रूप देने के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2014 को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा था कि “हमें गंदगी और खुले में शौच के खिलाफ लड़ाई लड़नी है, हमें पुरानी आदतों को बदलना है और महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के वर्ष 2019 तक स्वच्छ भारत का लक्ष्य प्राप्त करना है।” जिसके तहत 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर (गांधी जयंती) तक देश भर में एक विशेष स्वच्छता अभियान का आगाज किया गया, जिसे पीएम मोदी ने 'स्वच्छता ही सेवा' (क्लीनीनेस इज़ सर्विस) नाम दिया है। कैंपेन को प्रोत्साहन देने हेतु महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने 15 सितम्बर को उत्तर प्रदेश से अभियान का शुभारम्भ किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने नागरिकों से आग्रह किया कि वे अपने परिवेश को स्वच्छ बनाए रखें।
स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद व परिषद से सम्बन्धित संस्थानों, कृषि विश्वविद्यालयों और कृषि विज्ञान केन्द्रों में भी इस अभियान के तहत जोर शोर से स्वच्छता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। 15 सितम्बर को पीएम श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘स्वच्छता ही सेवा’ के उद्घोष के साथ इस अभियान की शुरुआत हुई। सुबह 09:30 से 10:30 तक पीएम के संबोधन को अधिकारीयों व कर्मचारियों ने अपने अपने कार्यालयों में दूरदर्शन और नमो एप्प के माध्यम से सुना, तत्पश्चात सभी ने अपने कार्यालय परिसर, शौचालयों, उद्यान व आसपास के इलाकों की साफ सफाई में श्रमदान दिया जो निरंतर जारी है।