इस आनंदोत्सव की रागिनी में बेमेल स्वर कैसे बज उठा-वाक्य किस घटना की ओर संकेत कर रहा है?
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प्रश्न 4: 'इस आनंदोत्सव की रागिनी में बेमेल स्वर कैसे बज उठा'-वाक्य किस घटना की ओर संकेत कर रहा है?
उत्तर : लेखिका के द्वारा कुब्जा मोरनी को लाना, इस घटना की ओर संकेत करता है। नीलकंठ, राधा व अन्य सभी पशु-पक्षी साथ मिलकर बड़े ही आनन्द से उस बाड़े में रहते थे। परन्तु कुब्जा मोरनी ने उन सब के इस आनन्द में भंग कर दिया था।
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Answer:
यह वाक्य उस घटना की ओर संकेत करता है, जब लेखिका टूटे पंजे वाली एक और मोरनी लाई उससे राधा और नीलकंठ का साथ न देखा गया। उसने नीलकंठ और राधा के जीवन को कलह-कोलाहल से पूर्ण बना दिया, जिसका अंत नीलकंठ के मरने के साथ ही हुआ।
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