काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के लिए सही विकल्प चुनकर लिखिए –
सूख रहा है समय
इसके हिस्से की रेत
उड़ रही है आसमान में
सूख रहा है
आँगन में रखा पानी का गिलास
पँखुरी की साँस सूख रही है
जो सुंदर चोंच मीठे गीत सुनाती थी
उससे अब हाँफने की आवाज आती है
हर पौधा सूख रहा है
हर नदी इतिहास हो रही है
हर तालाब का सिमट रहा है कोना
यही एक मनुष्य का कंठ सूख रहा है
वह जेब से निकालता है पैसे और
खरीद रहा है बोतल बंद पानी
बाकी जीव क्या करेंगे अब
न उनके पास जेब है न बोतल बंद पानी |
(क) 'सूख रहा है समय ' कथन का आशय हैं :
(i) गर्मी बढ़ रही है
(ii) जीवनमूल्य समाप्त हो रहे हैं
(iii) फूल मुरझाने लगे हैं
(iv) नदियाँ सूखने लगी हैं
(ख) हर नदी के इतिहास होने का तात्पर्य है -
(i) नदियों के नाम इतिहास में लिखे जा रहे हैं
(ii) नदियों का अस्तित्व समाप्त होता जा रहा है
(iii) नदियों का इतिहास रोचक है
(iv) लोगों को नदियों की जानकारी नहीं है
(ग) ''पँखुरी की साँस सूख रही है
जो सुंदर चोंच मीठे गीत सुनाती थी ''
ऐसी परिस्थिति किस कारण उत्पन्न हुई ?
(i) मौसम बदल रहे हैं
(ii) अब पक्षी के पास सुंदर चोंच नहीं रही
(iii) पतझड़ के कारण पत्तियाँ सूख रही थीं
(iv) अब प्रकृति की ओर कोई ध्यान नहीं देता
(घ) कवि के दर्द का कारण है :
(i) पँखुरी की साँस सूख रही है
(ii) पक्षी हाँफ रहा है
(iii) मानव का कंठ सूख रहा है
(iv) प्रकृति पर संकट मँडरा रहा है
(ङ) 'बाकी जीव क्या करेंगे अब ' कथन में व्यंग्य है :
(i) जीव मनुष्य की सहायता नहीं कर सकते
(ii) जीवों के पास अपने बचाव के कृतिम उपाय नहीं हैं
(iii) जीव निराश और हताश बैठे हैं
(iv) जीवों के बचने की कोई उम्मीद नहीं रही
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(ख)2
(ग)4
(घ)4
(ड)4
(ख) का उत्तर होगा--(ii) नदियों का अस्तित्व समाप्त होता जा रहा है।
(ग) का उत्तर होगा-- (i) मौसम बदल रहे हैं
(घ) का उत्तर होगा--(iv) प्रकृति पर संकट मँडरा रहा है।
(ङ) का उत्तर होगा--(ii) जीवों के पास अपने बचाव के कृतिम उपाय नहीं हैं।