प्रकृति के तन में वासंती सौंदर्य क्यों नहीं समा पा रहा
उत्साह / अट नहीं रही है class 10 Hindi A
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प्रकृति के तन में वासंती सौंदर्य क्यों नहीं समा पा रहा
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Answer:
अट नहीं रही हैं' कविता में वसंत ऋतु का वर्णन है। 'अट नहीं रही है' कविता में कवि किसे संदेश देना चाहता है ? 'अट नहीं रही हैं' कविता में कवि अपने प्रियतम को संदेश देना चाहता है। ... कवि प्रकृति के सौंदर्य की ओर से आँख नहीं हटा पा रहा है।