class 9th Kshitij book 1st chapter lekhak ka jeevan parichay tatha paath ka Sar Apne shabdon Mein karo
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कक्षा 9 हिंदी क्षितिज बुक का भाग 1 का पहला अध्याय ‘दो बैलों की कथा’ है। दो बैलों की कहानी के लेखक ‘मुंशी प्रेमचंद’ हैं।
मुंशी प्रेमचंद का जीवन परिचय....
‘मुंशी प्रेमचंद’ हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार, कहानीकार और उपन्यासकार रहे हैं उन्हें हिंदी जगत में उपन्यास सम्राट के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने अनेक प्रसिद्ध कहानियां लिखी हैं, जिनमें नमक का दरोगा, दो बैलों की कथा, कफन, ईदगाह, पूस की रात, बड़े घर की बेटी आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा उनके गोदान, गबन, निर्मला, कर्मभूमि, रंगभमूमि जैसे उपन्यास भी बेहद प्रसिद्ध रहे हैं।
प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई 1880 को उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के लमही गांव में हुआ था। उनका असली नाम धनपत राय था। उन्होंने नवाब राय के नाम से उर्दू भाषा में भी लेखन कार्य किया है, बाद में उन्होंने हिंदी भाषा में प्रेमचंद के नाम से लेखन कार्य आरंभ किया उन्होंने हिंदी साहित्य जगत को एक नया आयाम दिया और उपन्यास सम्राट के नाम से प्रसिद्ध हुए।
कथा का सार...
दो बैलों की कथा उनके द्वारा रचित एक कथा है जिसमें उन्होंने हीरा-मोती नाम के दो बैलों की कहानी कही है। यह कहानी दो बैलों के विषय में है। हीरा मोती के नाम के ये दो बैल अपने मालिक झूरी से बेहद प्रेम एवं स्नेह का भाव रखते थे। इन दोनों की आपस में भी गहरी मित्रता थी। दोनों बेहद स्वाभिमानी व सीधे-साधे थे। एक बार किसी कारण से इनके मालिक झूरी ने दोनों को अपनी ससुराल अपने साले के घर भेज दिया। लेकिन यह बैल अपने मालिक को छोड़कर नई जगह पर नहीं जाना चाहते थे और नई जगह पर उचित सम्मान ना मिलने के कारण वह वहां से भाग भी आए। इनके मालिक द्वारा फिर इन्हे दूसरी जगह भेज दिया जाता है, और ये दोनों बैल वहाँ से भी भाग कर आ जाते हैं। इस बार ये कई मुसीबतों में फंसते हैं, इन्हें एक कसाई को हाथों नीलाम भी कर दिया जाता है, लेकिन किसी तरह दोनों बैल वहाँ से भी अपनी जान बचाकर भाग आते हैं। इस तरह अनेक संघर्षों से जूझकर वे दोनों बैल अपनी दोस्ती और एकता तथा अपनी स्वामिभक्ति का परिचय देते हुए अंततः अपने मूल मालिक के पास ही आते हैं।
ये कहानी पशुओं की संवेदना को उजागर करती है, और बताती है कि पशु भी प्रेम की भाषा समझते हैं, उनका भी अपना स्वाभिमान होता है।
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‘दो बैलों की कथा’ इस पाठ से संबंधित कुछ अन्य प्रश्न...►
प्रेमचंद द्वारा निर्मित कहानी ‘दो बैलों की कथा’ पशु प्रेम को दर्शाती हुई किस प्रकार मानवीय जीवन को प्रेरित करती है विस्तृत वर्णन कीजिए।
brainly.in/question/10244819
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गद्य खण्ड : पाठ-1: दा बला का कथा
प्र 1. झूरी के बैलों को कौन अपने घर लेकर गया? वह उन बैलों के प्रति कैसा व्यवहार करता था?
प्र 2. हीरा और मोती के स्वभाव में क्या अन्तर था?
brainly.in/question/10559690
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Answer:
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