'जब आपने पहली बार एक असहाय व्यक्ति की सहायता की' डायरी विधा में लिखें।
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जब हम पहली बार एक असहाय व्यक्ति की सहायता किए तब हमे ऐसा महसूस हुआ जिस प्रकार गूंगा व्यक्ति अपने खुशी को जाहिर नहीं कर पाता है और अपने मन में बहुत अधिक प्रसन्न होता है
'जब मैंने पहली बार एक असहाय व्यक्ति की सहायता की , इस दिन की याद मुझे आज भी है| यह दिन मुझे कभी नहीं भूलता | मुझे यह अच्छा अहसास और अनुभव मुझे हमेशा याद रहेगा |
मुझे अपने ऊपर बहुत गर्व महसूस होता है की मैंने उस दिन अस्पताल में एक आदमी की सहायता की जो अपने बच्चे की दवाइयों के लिए सबसे सहायता मांग रहा था , और कोई किसी की मदद नहीं कर रहा था | मुझे उस दिन अहसास हुआ पैसों की अहमियत की समझ आई और किसी मदद करके मुझे बहुत ख़ुशी हुई | जब मैंने उस आदमी को पैसे दिए वह आदमी इतना खुश हो गया जैसे उसे जन्नत मिल गई हो | मैंने उन्हें आप अपने बच्चे का अच्छे से इलाज करवाओ |
मुझे उस दिन और समझ आया हमें कभी-कभी दूसरों के लिए भी जीना चाहिए | तब से मैंने अपनी ज़िन्दगी में उसूल बना लिया मैं सब की सहायता करूंगी |