सरकार द्वारा जारी ननर्मों में से एक ननर्म ‘सामाजजक दरू
ी’
का लोग ठीक से पालन नहीीं कर रहे हैं, जजससे कोरोना ववषाण
ु
का सींक्रमण फै लता जा रहा है। इस ववषर् पर च ींता व्र्क्त
करते ह
ु
ए ककसी दैननक समा ार पत्र के सींपादक को पत्र
ललखिए।
Share
सरकार द्वारा जारी ननर्मों में से एक ननर्म ‘सामाजजक दरू
ी’
का लोग ठीक से पालन नहीीं कर रहे हैं, जजससे कोरोना ववषाण
ु
का सींक्रमण फै लता जा रहा है। इस ववषर् पर च ींता व्र्क्त
करते ह
ु
ए ककसी दैननक समा ार पत्र के सींपादक को पत्र
ललखिए।
Sign Up to our social questions and Answers Engine to ask questions, answer people’s questions, and connect with other people.
Login to our social questions & Answers Engine to ask questions answer people’s questions & connect with other people.
Answer:
कोरोना वायरस के चलते पूरी दुनिया तक़रीबन लॉकडाउन में जी रही है. ऐसे में अगर आप किसी को नियमों को तोड़ते हुए देखते हैं तो क्या आप उसकी ख़बर अधिकारियों को देंगे? क्या यह एक नागरिक के तौर पर आपका कर्तव्य है या यह अपने पड़ोसियों पर नज़र रखना है? और इन दोनों के बीच के फ़र्क़ को कैसे तय किया जा सकता है?
जेनी और वेरोनिका ने देखा कि उनके पड़ोस का बार खुला हुआ है.
पाबंदियों के दौर में गुपचुप तरीक़े से होने वाले कामों की तरह से यह बार लोगों को पिछले दरवाज़े से एंट्री दे रहा था और कोरोना के लॉकडाउन में कामकाज कर रहा था.
शिकागो के नियमों को तोड़ रहे इन शराब पीने वालों को देखकर उन्हें तेज़ ग़ुस्सा आया. शिकागो कोरोना वायरस से अमरीका में सबसे बुरी तरह से प्रभावित शहरों में से एक है.
जानकारी देने से मुकर गए
लेकिन, बाद में जब एक अफ़सर ने उनका दरवाज़ा खटखटाकर इस बार के बारे में जानकारी मांगी तो उन्होंने कुछ भी नहीं बताया.
जेनी ने कहा, 'उनके पास एक चांदी का बड़ा चमकदार स्टार बैज था जैसा शेरिफ़ के पास होता है. लेकिन, जब हमारे पास मौक़ा था, हमने उन्हें बार के बारे में कुछ नहीं बताया.'
पूरी दुनिया में लोग घर पर रहने के आदेशों का पालन कर रहे हैं. लेकिन, जेनी और वेरोनिका जैसे कई लोग इस उहापोह में हैं कि नियमों को तोड़ने वालों की जानकारी प्रशासन को दी जाए या न दी जाए. ऐसे लोग दुविधा में हैं कि क्या यह उनका नागरिक कर्तव्य है या उन्हें केवल अपने काम से मतलब रखना चाहिए
Explanation:
कई देश और शहरों आपातकालीन नियम बनाए हैं और लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन को एक जुर्म बना दिया गया है. इनमें जुर्माने और जेल के प्रावधान किए गए हैं. कुछ देशों ने तो हॉटलाइन भी चालू कर दी हैं ताकि इस बारे में ख़ुफ़िया जानकारी जुटाई जा सके.
ऑस्ट्रेलिया के शहर विक्टोरिया में वीडियो गेम खेलने के लिए इकट्ठा हुए दोस्तों की ख़बर पुलिस को दे दी गई. इसके अलावा, एक 'अवैध' डिनर पार्टी करने वालों पर जुर्माना लगाया गया.
न्यू साउथ वेल्स में संक्रमण के फैलने के बीच लोग सुमुद्र के बीच पर इकट्ठे नजर आ रहे हैं. इसे देखते हुए राज्य की प्रीमियर ग्लेडिस बेरेजिक्लियान ने लोगों से ऐसे लॉकडाउन तोड़ने वालों की ख़बर अधिकारियों को देने के लिए कहा है.
लेकिन, ग़लत और फ़र्ज़ी सूचनाओं का क्या?
इसके बाद के हफ्ते में पुलिस के पास 5,000 से ज़्यादा कॉल्स आईं.
लेकिन, कुछ कॉलर्स ने ग़लत सूचनाएं भी दीं. मसलन, पुलिस को एक कपल की फ़ेसबुक पर हॉलिडे की तस्वीरों की ख़बर दी गई. जब पुलिस उस कपल के दरवाज़े पर पहुंची तो उन्हें बताया गया कि फ़ेसबुक पर पड़ी उनकी तस्वीरें पिछले साल की छुट्टियों के दौरान खींची गई थीं.
सिंगापुर में सम्मिलित ज़िम्मेदारी को व्यक्तिगत स्वतंत्रता से ऊपर माना जाता है. सिंगापुर में टूटे हुए फ़ुटपाथ जैसी चीज़ों की सूचना देने के लिए बने एक सरकारी एप को अपडेट किया गया है ताकि बाहर घूमने वालों समेत लॉकडाउन तोड़ने वालों की जानकारियां उन्हें मिल सकें.
केवल दो दिनों में ही 700 लोगों ने इस पर सूचनाएं दी हैं. सरकार ने आम लोगों से कहा है कि वे केवल ऐसी चीज़ों के बारे में जानकारियां दें जिसके वे ख़ुद गवाह हैं.
सरकारी हॉटलाइन्स से अलग हज़ारों लोग नियमों को तोड़ने वालों की निंदा करने वाले ऑनलाइन फोरमों से जुड़े हुए हैं. सिंगापुर का ऐसा सबसे बड़ा फोरम फ़ेसबुक पर बना 'कोविडियट' ग्रुप है. इसमें 26,000 से ज्यादा मेंबर हैं. इसमें नियमों के कथित उल्लंघनों की धुंधली तस्वीरों की भरमार है जो कि आमतौर पर अपने अपार्टमेंट की बॉलकनी में बैठे हुए दूर से खींची गई हैं.