ये हसीं वादियां, ये खुला आसमां
आ गये हम कहाँ, ऐ मेरे साजना
इन बहारों में दिल की कली खिल गयी
मुझको तुम जो मिले हर खुशी मिल गयी
तेरे होठों पे हैं हुस्न की बिजलियां
तेरे गालों पे हैं ज़ुल्फ़ की बदलियां
तेरे दामन की खुशबू से महके चमन
संग-ए-मरमर के जैसा है तेरा बदन
मेरी जानेजां मैं तेरी चाँदनी
छेड़ लो तुम आज कोई, प्यार की रागिनी
ये हसीं वादियां ये खुला आसमां
ये बन्धन है प्यार का, देखो टूटे ना सजनी
ये जन्मों का साथ है, देखो छूटे ना सजना
तेरे आँचल की छांव के तले, मेरी मंज़िल मुझे मिल गयी
तेरी पलकों की छांव के तले, मुहब्बत मुझे मिल गयी
ये हसीं वादियाँ...
जी करता है साजना, दिल में तुमको बिठा लूँ
आ मस्ती की रात में, अपना तुमको बना लूँ
उठने लगे हैं तूफ़ान क्यों, मेरे सीने में ऐ सनम
तुम्हें चाहूँगा दिल-ओ-जान से, मेरी जान-ए-जां मेरी क़सम
ये हसीं वादियाँ...
ye hasi vadiyan ........
ye khula aasaman..........
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Answer:
very nice.................................