३) गदयांश में आई हुई दो समानार्थी शब्दों की जोडियाँ हुँढकर लिखिए ।
(२)
१.
२.
उमा : (तेज आवाज में) जी हाँ, और हमारी बेइज्जती नहीं होती जो आपण इतनी देर से
नाप-तौल कर रहे है?
शंकर : बाबू जी, चलिए ।
गो.प्रसाद : क्या तुम कॉलेज में पढ़ी हो ? (रामस्वरुप चुप)
उमा : जी हाँ, में कॉलेज में पढ़ी हूँ । मैने बी.ए. पास किया है । कोई पाप नहीं किया,
कोई चोरी नहीं की और न आपके पुत्र की तरह लड़कियों के होस्टल में ताक-
झाँककर कायरता दिखाई है । मुझे अपनी इज्ज़त, अपने मान का खयाल तो है
लेकिन इनसे पूछिए कि ये किस तरह नौकरानी के पैरों में पड़कर अपना मुँह
छिपाकर भागे थे ।
रामस्वरुप : उमा, उमा ।
गो.प्रसाद : (खड़े होकर गुस्से में) बस हो चुका । बाबू रामस्वरुप आपने मेरे साथ दगा
किया । आपकी लड़की बी.ए. पास है और आपने मुझसे कहा था कि सिर्फ
मैट्रिक तक पढ़ी है । (दरवाजे की ओर बढ़ते हैं ।)
उमा : जी हाँ, जाइए, जरुर चल जाइए ! लेकिन घर जाकर जरा यह पता लगाईएगा कि
आपले लाड़ले बेट के रीए की हड्डी भी है या नहीं याने बैकबोन, बैकबोन
बाबू गोपाल प्रसाद के चेहरे पर बेबसी का गुस्सा है और उनके लड़के के
रुलासापन । दोना बाहर चले जाते है । उमा सहसा चुप हो जाती है ।
।
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