तुफानी लहरोको चीरती हुई नाव ओर नाविक का चित्र बनाके रंग भरे।
Share
तुफानी लहरोको चीरती हुई नाव ओर नाविक का चित्र बनाके रंग भरे।
Sign Up to our social questions and Answers Engine to ask questions, answer people’s questions, and connect with other people.
Login to our social questions & Answers Engine to ask questions answer people’s questions & connect with other people.
Explanation:
बढ़ती रहे नाविक ये जीवन की नाव।
-
धारा अनुकूल कभी।
धारा प्रतिकूल कभी।
कूल-कूल बदरौटी,
धूप कहीं छाँह।
चलती रहे नाविक ये जीवन की नाव।
बढ़ती रहे नाविक ये जीवन की नाव।
-
वनपथ पर फूल कहीं।
वनपथ पर शूल कहीं।
वनपथ के पार कहीं,
सपनों का गाँव।
चलती रहे नाविक ये जीवन की नाव।
बढ़ती रहे नाविक ये जीवन की नाव।
-
हार कभी जीत कभी।
लू-लकोर शीत कभी।
पाँसों का खेल यार,
जूए का दाँव ।
चलती रहे नाविक ये जीवन की नाव।
बढ़ती रहे नाविक ये जीवन की नाव।
- हमें विश्वास है कि हमारे पाठक स्वरचित रचनाएं ही इस कॉलम के तहत प्रकाशित होने के लिए भेजते हैं। हमारे इस सम्मानित पाठक का भी दावा है कि यह रचना स्वरचित है।
आपकी रचनात्मकता को अमर उजाला काव्य देगा नया मुक़ाम, रचना भेजने के लिए यहां क्लिक करें।
I hope that will be help you my friend
❤️ muskan Singh ❤️