vatavaran ko swachh Rakhna Kyon mahatvpurn Hai Hindi essay in 50 words
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vatavaran ko swachh Rakhna Kyon mahatvpurn Hai Hindi essay in 50 words
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Explanation:
एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए स्वच्छता प्रथम शर्त है| स्वच्छता का दायरा सीमित नहीं है| ये व्यक्तिगत सार-संभाल से प्रारम्भ होकर सम्पूर्ण परिवेश को समाहित करता हैअर्थात पूरे वातावरण की स्वच्छता से सम्बन्ध रखता है| प्रकृति ने हमे सब संसाधन शुद्ध रूप में दिए है चाहे वो हवा हो या जल, फल-फूल हो या फसले| हम इन्सान ही सब जगह गंदगी फैलाते है| नहीं तो प्रकृति ने उत्तम व्यवस्था की है जैसे कीड़ो को पक्षी खत्म करते है, पक्षियों को बड़े पक्षी| कोई भी पशु पक्षी कभी गंदगी नही करते| उनके मल मूत्र प्राकृतिक खाद का कार्य करते है| अत: हमे स्वच्छता को एक आदत बनाकर सब ओर स्वच्छता रखनी चाहिए तभी हमारी पृथ्वी दीर्घायु होगी|
सर्वप्रथम हम ये विचार करे कि स्वच्छता क्यों रखनी चाहिए| गंदगी से अनेकों बीमारियाँ फैलती है| इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है| गावों में आज भी कई लोग खुले में शौच जाते है जिससे संक्रमण होता है और ये अक्सर जानलेवा भी हो सकता है| स्वास्थ्य का अर्थ सिर्फ शरीर से ही स्वस्थ रहना नही है वरन मानसिक,भावनात्मक और बौद्धिक रूप से भी स्वस्थ रहना है| स्वच्छता हमारे गौरव में भी अभिवृद्धि करती है| अगला बिंदु ये विचारणीय है कि स्वच्छता के लिए क्या कदम उठाये जा सकते है| जैसे हम स्वयं रोजाना नहाकर धुले हुए कपड़े पहनते है वैसे ही हमें अपने आस- पास भी सफाई रखनी चाहिए| ह्में सार्वजनिक स्थानों पर कचरा कूड़ेदान में ही डालना चाहिए और अन्यजनों को भी इस हेतु प्रेरित करना चाहिए| हमें ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने चाहिए| अपनी कॉलोनी, स्कूल कालेज परिसर व अन्य कहीं भी कचरा इधर-उधर नही डालना चाहिए| बच्चे अभिभावकों का अनुसरण करते है अत: बच्चों को भी स्वच्छता रखने हेतु जागरूक बनाना चाहिए| भारत के वर्तमान प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा २०१३ में स्वच्छता अभियान का शुभारम्भ किया गया और २०२०तक इसे सफल बनाने का लक्ष्य रखा गया है| देश स्वच्छ रहेगा तो पर्यटन में भी बढ़ावा होगा और हमारे देश की साख विदेशों में भी बनेगी|
अत: निष्कर्ष रूप में हम कह सकते है कि स्वच्छ वातावरण रखना हमारा नैतिक कर्तव्य है और एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमे सर्वदा इसका पालन करना चाहिए| एक अच्छी शुरुआत स्वयं से होकर समष्टि में व्याप्त होनी चाहिए| सभी भारतवासी समर्पित होकर इस अभियान को सफल बना सकते है और भावी पीढी में इसे आदत के रूप में विकसित कर सकते है|
Explanation:
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