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(श्रवण कौशल)
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Explanation:
बच्चा जन्मोपरान्त ही सुनने लग जाता है। ये ध्वनियाँ उसके मन मस्तिष्क पर अंकित हो जाती हैं। ये अंकित ध्वनियाँ ही बच्चे के भाषा ज्ञान का आधार बनती हैं। अच्छी प्रकार से सुनने के कारण ही बालक ध्वनियों के सूक्ष्म अन्तर को समझ पाता है।
श्रवण कौशल ही अन्य भाषायी कौशलों को विकसित करने का प्रमुख आधार बनता है।
इससे ध्वनियों के सूक्ष्म अन्तर को पहचानने की क्षमता विकसित होती है।
इसे अध्ययन की आधारशिला भी कहा जाता है।
इससे वाचन कौशल का विकास होता है।
इससे लेखन कौशल के विकास में भी सहायता मिलती है।सुनकर अर्थ ग्रहण करने की योग्यता का विकास करना।
छात्रों में भाषा व साहित्य के प्रति रूचि पैदा करना।
छात्रों को साहित्यिक गतिविधियों में भाग लेने व सुनने के लिए प्रेरित करना।
श्रुत सामग्री का सारांश ग्रहण करने की योग्यता विकसित करना।
धैर्यपूर्वक सुनना, सुनने के शिष्टाचार का पालन करना।
ग्रहणशीलता की मन: स्थिति बनाए रखना। शब्दों, मुहावरों व उक्तियों का प्रसंगानुकूल भाव व अर्थ समझ सकना।
किसी भी श्रुत सामग्री को मनोयोगपूर्वक सुनने की प्रेरणा प्रदान करना।
वक्ता के मनोभावों की निपुणता पैदा
सस्वर वाचन छात्र अध्यापक द्वारा किए गए आदर्श वाचन और कक्षा में किसी अन्य छात्रा द्वारा किए जाने वाले अनुकरण वाचन को ध्यानपूर्वक सुनकर शुद्ध उच्चारण, यति, गति, आरो-अवरोह आदि का ज्ञान प्राप्त करता है।
प्रश्नोत्तर कक्षा शिक्षण के उपरान्त अध्यापक पठित सामग्री को आधार बनाकर छात्रों से प्रश्न पूछता है, छात्रों के उत्तर से इस तथ्य का मूल्यांकन हो जाता है कि छात्रों ने सुनकर विषय वस्तु को ग्रहण किया है या नहीं। पठित सामग्री के आधार पर प्रश्न पूछने से छात्र सावधान भी हो जायेंगे और कक्षा
भाषा शब्द से ही ज्ञात होता है कि भाषा का मूल रूप उच्चरित रूप है। इसका दृष्टिकोण प्रतीक लिपिबद्ध होता है। मुद्रित रूप लिपिबद्ध रूप का प्रतिनिधि है। जब हम बच्चे को पढ़ाना आरम्भ करते हैं तो अक्षरों के प्रत्यय हमारे मस्तिष्क के कक्ष भाग में क्रमबद्ध होकर एक तस्वीर बनाती हैं और हम उसे उच्चरित करते हैं। यह क्रिया जिसमें शब्दों के साथ अर्थ ध्वनि भी निहित है। वाचन कहलाती है।
कैथरीन ओकानर के मतानुसार “वाचन पठन वह जटिल अधिगम प्रक्रिया है, जिसमें दृश्य, श्रव्यों सर्किटों का मस्तिष्ट के अध.
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Answer:
sraban-koushalya sudharnyache upay sabistar spashta namud Kara ? in Marathi